पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त टली, जानें पीएम किसान योजना में देरी की वजहें
खाली रहे खाते, नहीं आई किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त

- सिवान से नहीं आई राहत की खबर, पीएम किसान किस्त का ऐलान नहीं
- किस्त पर सस्पेंस बरकरार: पीएम ने की दूसरी योजनाओं की घोषणाएं, किसान निराश
- पीएम किसान योजना को लेकर देशभर के किसानों की उम्मीदें फिलहाल अधर में
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देश के लाखों किसानों को शुक्रवार, 20 जून 2025 का बेसब्री से इंतजार था। उन्हें उम्मीद थी कि बिहार के सिवान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘पीएम किसान सम्मान निधि’ योजना की 20वीं किस्त उनके खातों में ट्रांसफर करेंगे। लेकिन इस बार किसानों को निराशा हाथ लगी। प्रधानमंत्री ने इस दौरे पर शहरी गरीबों के लिए बड़ी घोषणाएं तो कीं, लेकिन किसानों को लेकर कोई नई जानकारी साझा नहीं की। प्रधानमंत्री मोदी ने सिवान से पीएम आवास योजना (शहरी) के तहत करीब 540 करोड़ रुपये की राशि सीधे 53,666 लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर की। इसके साथ ही 6000 से अधिक लोगों को पक्के मकान की चाबी भी सौंपी गई। मगर किसानों को लेकर न तो किसी योजना का विस्तार किया गया और न ही 20वीं किस्त का कोई ज़िक्र किया गया।
पीएम किसान योजना: किस्त नहीं मिली तो क्या हो सकती हैं वजहें?
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से पहले ही संकेत दिए जा चुके थे कि इस दौरे में पीएम किसान योजना को लेकर कोई औपचारिक घोषणा नहीं होगी। यही वजह है कि 20वीं किस्त अब भी प्रतीक्षारत है।
सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है कि अब किसानों को अगली किस्त पाने के लिए कुछ जरूरी प्रक्रियाएं पूरी करनी होंगी, जो निम्नलिखित हैं:
- 1. फार्मर रजिस्ट्री अनिवार्य:
अब प्रत्येक किसान को एक विशिष्ट फार्मर आईडी लेनी होगी। यह कदम पारदर्शिता बढ़ाने और लाभार्थियों की सही पहचान सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। - 2. ई-केवाईसी जरूरी:
जिन किसानों ने अपने पीएम किसान खाते का ई-केवाईसी अभी तक नहीं कराया है, उनकी किस्तें रोकी जा सकती हैं। सरकार ने इसे अनिवार्य कर दिया है। - 3. आधार-बैंक लिंकिंग और भूमि रिकॉर्ड अपडेट:
यदि किसी किसान का बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है, या उसकी भूमि की जानकारी अपडेट नहीं है, तो भुगतान में बाधा आ सकती है। इसके साथ ही बैंक खाता सक्रिय न होना भी एक आम वजह बन रहा है।
यदि ये त्रुटियां किसी तकनीकी कारण से हैं, तो अगली किस्त में पिछली रोकी गई राशि जोड़कर दी जा सकती है। लेकिन यह सुनिश्चित करना किसानों की ज़िम्मेदारी होगी कि वे समय रहते सारे दस्तावेज और जानकारी अपडेट रखें।
सैचुरेशन ड्राइव: क्यों बढ़ गई किसानों की मुश्किलें?
केंद्र सरकार ने हाल ही में एक ‘सैचुरेशन ड्राइव’ शुरू की थी, जिसके तहत किसानों से तीन महत्वपूर्ण कार्य 31 मई 2025 तक पूरे कराने के निर्देश दिए गए थे। जिन किसानों ने यह कार्य नहीं किए, उनकी किस्त अटक सकती है:
- भूमि अभिलेख सत्यापन
- फार्मर आईडी पंजीकरण
- बैंक खाते का ई-केवाईसी
इन कार्यों में लापरवाही करने वाले किसानों को अगली किस्त के लिए इंतजार करना पड़ सकता है।
अब कब आएगी अगली किस्त? जानिए संभावित तारीखें
2025-26 के पहले वित्तीय वर्ष की यह पहली किस्त है, जो अब तक जारी नहीं हुई है। पीएम किसान योजना के अंतर्गत हर वित्त वर्ष में 3 किस्तें ट्रांसफर की जाती हैं:
- पहली किस्त: अप्रैल से जुलाई
- दूसरी किस्त: अगस्त से सितंबर
- तीसरी किस्त: दिसंबर से फरवरी
अब संभावना जताई जा रही है कि 20वीं किस्त जुलाई के अंत तक या अगस्त की शुरुआत में आ सकती है। इसके बाद 21वीं किस्त सितंबर के अंत तक और 22वीं किस्त फरवरी 2026 तक ट्रांसफर की जा सकती है।
किसानों की उम्मीदें अभी भी कायम
हालांकि आज की तारीख को लेकर जो उम्मीदे थीं, वे अधूरी रह गईं, लेकिन सरकार की ओर से जल्द ही किस्त जारी करने की प्रक्रिया की घोषणा की जा सकती है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सिवान दौरा मुख्यतः शहरी गरीबों के कल्याण पर केंद्रित रहा, जहां पीएम आवास योजना के तहत बड़ी राहत दी गई। किसानों को अब कुछ दिन और इंतजार करना होगा, साथ ही उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि वे सभी अनिवार्य प्रक्रियाएं पूरी कर चुके हैं।
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