प्रेम की आड़ में मौत का रिश्ता: ‘संजय वर्मा’ निकला कातिल राज कुशवाहा, जानिए पूरी साजिश

इंदौर से शुरू हुआ एक विवाह, मेघालय में जाकर एक बर्बर हत्या में तब्दील हो गया। जिसे एक प्रेम कहानी समझा गया, वह असल में एक सुनियोजित हत्या की स्क्रिप्ट थी

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राजा रघुवंशी, एक सामान्य परिवार का युवक, जिसने हाल ही में सोनम नाम की युवती से शादी की थी, वह अब इस दुनिया में नहीं है। हत्या एक रहस्यमयी जगह पर, मेघालय की वादियों में हुई, और उसका शव मिलने तक पूरा सच अंधेरे में था। लेकिन जब पुलिस ने परतें खोलीं, तो एक प्रेम-त्रिकोण, फर्जी पहचान, और हत्या की साजिश का ऐसा जाल सामने आया, जिसने सबको स्तब्ध कर दिया। raj-kushwaha-and-sonam-raghuvanshi-

 शुरुआत: इंदौर की शादी, मेघालय की मौत
राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में बड़ी धूमधाम से हुई थी। शादी के ठीक नौ दिन बाद, नवविवाहित जोड़ा हनीमून के लिए मेघालय गया। 23 मई को राजा लापता हो गया। शुरुआती जांच में कुछ नहीं मिला, लेकिन 2 जून को जब उसका क्षत-विक्षत शव एक जलप्रपात के पास मिला, तो पुलिस के पास अब सिर्फ लाश नहीं, बल्कि ढेरों सवाल थे।

हत्या या हादसा? पहला संदेह
जब राजा का शव मिला, तो पुलिस को शुरू में यह दुर्घटना लगी। लेकिन उसकी पत्नी सोनम का व्यवहार, उसका जल्दबाज़ी में राज्य से भागना, और होमस्टे में मंगलसूत्र व अंगूठी छोड़ देना – ये सब बातें शक को पुख्ता करती गईं। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, एक नया नाम उभरकर सामने आया – संजय वर्मा।

 100 से ज़्यादा बार कॉल: संजय कौन था?
पुलिस ने सोनम के मोबाइल रिकॉर्ड खंगाले तो सामने आया कि उसने शादी से पहले और बाद में संजय वर्मा नाम के व्यक्ति से लगातार बातचीत की थी – 100 से अधिक बार! यह वो मोड़ था जहां प्रेम और धोखे की परतें उधड़ने लगीं। इंदौर में छानबीन शुरू हुई, लेकिन “संजय” का कोई अता-पता नहीं मिला। फिर सामने आया चौंकाने वाला सच – संजय वर्मा असल में कोई और नहीं, बल्कि सोनम का प्रेमी राज कुशवाहा था। उसने फर्जी नाम से सोनम से संपर्क बनाए रखा और दोनों मिलकर राजा की हत्या की प्लानिंग करते रहे।

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 हत्या की साजिश: प्लानिंग, पार्टनर और पहचान
SIT की जांच में सामने आया कि राज कुशवाहा ने अपने दो साथियों और एक स्थानीय गाइड की मदद से राजा की हत्या की योजना बनाई। राज खुद मेघालय नहीं गया ताकि शक न हो, लेकिन स्थानीय संपर्कों के जरिए हत्या को अंजाम तक पहुंचाया गया। हत्या के पहले तीन असफल प्रयास गुवाहाटी, नोंग रियात और वेइसावदोंग वॉटरफॉल के पास किए गए। चौथी बार सोहरा इलाके में उन्हें सफलता मिली। राजा को वहां एक सुनसान स्थान पर बुलाकर हत्या कर दी गई और शव को एक गहरे जंगल में फेंक दिया गया।

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सिर्फ प्यार नहीं, पैसा भी कारण?
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस हत्या के पीछे कोई वित्तीय उद्देश्य भी था? सोनम के परिवार की एक कंपनी में राज कुशवाहा काम करता था। क्या वह किसी संपत्ति या बीमा लाभ का इच्छुक था? या फिर किसी पारिवारिक कारोबार पर अधिकार चाहता था? इन सवालों की तह में जाने के लिए SIT ने आर्थिक लेनदेन की भी जांच शुरू कर दी है।

गिरफ्तारी और परतें
मेघालय पुलिस, इंदौर पुलिस के सहयोग से अब तक सोनम रघुवंशी, राज कुशवाहा और हत्या में संलिप्त तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। सभी से गहन पूछताछ की जा रही है। इस केस में अब तक जो सामने आया है वह यह है कि प्यार के नाम पर एक शादी हुई, और फिर उसी रिश्ते का गला घोंट दिया गया। हत्यारों ने अपने इरादों को छिपाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की – फर्जी नाम, जगह बदलना, सबूत मिटाना – लेकिन अंत में सच सामने आ ही गया।

 परिवार का दावा: हम कुछ नहीं जानते
जब मीडिया ने सोनम के परिवार से संपर्क किया, तो उसके भाई गोविंद रघुवंशी ने संजय वर्मा के नाम को नकारते हुए कहा – “हम इस नाम के किसी शख्स को नहीं जानते।” उन्होंने बताया कि वह बस पत्रकारों को वह जगह दिखाने आए थे जहां राज काम करता था। हालांकि पुलिस का दावा है कि परिवार को शायद बहुत पहले से इस रिश्ते की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने चुप्पी साध ली थी।

 हत्या के बाद फरारी: सोनम का सफर
हत्या के बाद सोनम सीधे इंदौर नहीं लौटी। पुलिस के अनुसार, वह मेघालय से असम, फिर पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश के रास्ते होते हुए इंदौर पहुंची। यह सफर उसकी प्लानिंग और हत्या के बाद भागने की रणनीति को दर्शाता है। होमस्टे में छोड़े गए मंगलसूत्र और अंगूठी से पुलिस को उस पर शक और मजबूत हुआ।

मोहब्बत जब मौत में बदल जाए
राजा रघुवंशी का हत्याकांड आज उन तमाम लोगों के लिए एक सबक है जो रिश्तों की चमक के पीछे छिपी सच्चाई को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। एक सुंदर विवाह समारोह के 12 दिन बाद उसकी पत्नी और उसके प्रेमी ने मिलकर उसे दुनिया से ही मिटा दिया। यह केस न सिर्फ एक हत्या की कहानी है, बल्कि विश्वासघात, लालच और झूठ के उस जाल का उदाहरण है जिसमें फंसकर एक निर्दोष युवक अपनी जान गंवा बैठा।
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