तेंदुए से दो-दो हाथ! लखीमपुर में ईंट भट्ठा मज़दूर की बहादुरी ने बचाई जान, वीडियो वायरल

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में ईंट भट्ठे पर काम कर रहे मजदूर मिहीलाल पर अचानक तेंदुए ने हमला कर दिया। मिहीलाल ने अद्भुत साहस दिखाते हुए तेंदुए को जमीन पर चित कर दिया। ग्रामीणों ने भी ईंट-पत्थर फेंककर उसे भगाया। हमले में 5 लोग घायल हुए, वीडियो वायरल है।

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लखीमपुर खीरी, उत्तरप्रदेश – आमतौर पर जब जंगल का शिकारी शहर में घुस आता है, तो तबाही मचती है, लेकिन इस बार कहानी कुछ और ही निकली। यहां इंसान ने न केवल अपनी जान बचाई, बल्कि तेंदुए को चित कर उसकी दहशत को धूल चटा दी। घटना लखीमपुर खीरी के धौरहरा वन रेंज स्थित जुगनूपुर गांव की है। 35 वर्षीय मिहीलाल, जो कि एक स्थानीय ईंट भट्ठे में राख साफ कर रहे थे, अचानक जंगल से भटके एक तेंदुए की चपेट में आ गए। तेज पंजों और नुकीले दांतों के साथ तेंदुआ उन पर झपटा, लेकिन मिहीलाल घबराए नहीं। उन्होंने बहादुरी दिखाते हुए तेंदुए को पकड़कर जमीन पर दबा लिया और लगभग “रेसलिंग स्टाइल” में उसे चोक कर दिया।

 वीडियो बना सबूत, सोशल मीडिया पर मचा तहलका
घटना का वीडियो वहीं मौजूद कुछ लोगों ने अपने मोबाइल से रिकॉर्ड कर लिया। वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे मिहीलाल अपनी पूरी ताकत से तेंदुए को दबाए हुए हैं और ग्रामीण चारों ओर से ईंट-पत्थर बरसा रहे हैं। यह वीडियो कुछ ही घंटों में वायरल हो गया, और मिहीलाल को लोग ‘रियल हीरो’ कहने लगे। जैसे ही पास के खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों को हमले की सूचना मिली, वे तुरंत लाठी, डंडे और ईंट-पत्थरों के साथ दौड़ पड़े। उन्होंने बिना देर किए तेंदुए पर निशाना साधा, जिससे वह घबरा कर वहां से भाग निकला और एक केले के खेत में जा छिपा।

वन विभाग की टीम पर पलटा तेंदुआ, पांच घायल
ग्रामीणों द्वारा सूचना देने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। रेंजर नृपेंद्र चतुर्वेदी, वन दरोगा राजेश दीक्षित और पुलिस टीम मौके पर पहुंची ही थी कि तेंदुआ अचानक खेत से निकलकर उन पर भी हमला कर बैठा। इस हमले में रेंजर, वन दरोगा, एक पुलिसकर्मी और गांव के दो निवासी घायल हो गए। सभी को तत्काल अस्पताल ले जाया गया। गंभीर रूप से घायल मिहीलाल, वन दरोगा राजेश दीक्षित और इकबाल खां को जिला अस्पताल रेफर किया गया। वहीं, अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। घटना ने वन विभाग की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। तेंदुए को काबू में करने के लिए वन विभाग ने ट्रेंकुलाइज़र गन का इस्तेमाल किया। घंटों की खोजबीन के बाद केले के खेत में छिपे तेंदुए को बेहोश कर पकड़ा गया। इसके बाद उसे सुरक्षित पिंजरे में बंद कर वन क्षेत्र में ले जाया गया।

 प्रशासन अलर्ट, गांव में सर्च ऑपरेशन जारी
घटना के बाद वन विभाग और स्थानीय प्रशासन ने क्षेत्र में गश्त तेज कर दी है। आसपास के गांवों में अलर्ट जारी कर लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। साथ ही यह जांच की जा रही है कि तेंदुआ कैसे भटककर रिहायशी क्षेत्र में आ पहुंचा।

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