मिथुन राशि में बना गजकेसरी राजयोग, इन राशियों की बदल सकती है किस्मत!
24 जून को चंद्रमा और गुरु के मिथुन राशि में एक साथ आने से बना विशेष गजकेसरी राजयोग। यह संयोग 27 जून तक रहेगा प्रभावी। सिंह, वृषभ, तुला और मिथुन राशि वालों के लिए यह समय ला सकता है आर्थिक लाभ, प्रमोशन, विवाह प्रस्ताव और पुराने रोगों से राहत।

ज्योतिष विज्ञान में ग्रह-नक्षत्रों की चाल हमारी जीवन दिशा तय करती है। जब देवगुरु बृहस्पति और मन के स्वामी चंद्रमा एक ही राशि में एक साथ गोचर करते हैं, तो एक अद्भुत राजयोग—गजकेसरी राजयोग—का निर्माण होता है। यह योग जीवन में सौभाग्य, प्रतिष्ठा और प्रगति की राह खोल देता है।
कब और कैसे बन रहा है यह विशेष योग?
24 जून 2025 को चंद्रमा मिथुन राशि में प्रवेश कर रहे हैं, जहां पहले से ही ज्ञान, धर्म और शुभता के प्रतीक गुरु बृहस्पति विराजमान हैं। यह गोचर 27 जून तक रहेगा, और इस दौरान बनेगा गजकेसरी राजयोग—जो विशेष रूप से वृषभ, मिथुन, सिंह और तुला राशि वालों के लिए सौभाग्य का संदेश लेकर आया है।
गजकेसरी योग: अर्थ और ज्योतिषीय महत्त्व
गजकेसरी योग को ज्योतिष में शाही और स्थायी सफलता का प्रतीक माना जाता है। “गज” यानी हाथी—शक्ति और स्थायित्व का प्रतीक, और “केसरी” यानी सिंह—प्रतिष्ठा और नेतृत्व का चिन्ह। जब चंद्रमा केंद्र में गुरु के साथ आता है, तो यह योग बनता है।
यदि चंद्र या गुरु में से कोई उच्च राशि में हो या एक-दूसरे के केंद्र में हों, तो जातक को अपार बुद्धिमत्ता, निर्णय क्षमता, सामाजिक प्रतिष्ठा और आर्थिक उन्नति का वरदान मिलता है।
राशियों पर प्रभाव: किन पर बरसेगा सौभाग्य?
मिथुन राशि
- गुरु और चंद्रमा की युति से मिथुन में गजकेसरी योग बनना स्वयं आपकी राशि के लिए सबसे अधिक शुभ है।
- व्यापार में नए अवसर मिलेंगे
- अटके काम गति पकड़ेंगे
- परिवार में हर्षोल्लास का वातावरण बनेगा
- स्वास्थ्य में भी सुधार के संकेत
- विवाह योग्य जातकों को रिश्तों के प्रस्ताव
वृषभ राशि
- गजकेसरी योग आपके लिए भाग्य के नए दरवाजे खोल सकता है।
- आर्थिक परेशानियाँ दूर होंगी
- ऑफिस में सम्मान और पदोन्नति के योग
- ससुराल से संबंध मजबूत होंगे
- अटका हुआ धन वापसी के संकेत
- पारिवारिक विवादों का समाधान
सिंह राशि
- आपके लिए यह योग सफलता और स्थायित्व का द्वार बनेगा।
- व्यापार में बड़ा मुनाफा
- आय के नए स्रोत
- नौकरी में तरक्की
- प्रॉपर्टी से लाभ
- भाग्य का अप्रत्याशित साथ
तुला राशि
- धार्मिकता और करियर में एकसाथ प्रगति का संकेत मिल रहा है।
- लंबित काम होंगे पूरे
- नए अवसर और कॉन्टैक्ट मिल सकते हैं
- परिवार और संतान पक्ष से शुभ समाचार
- सरकारी नौकरी के इच्छुकों को अच्छा समय
- आध्यात्मिक जागरूकता में वृद्धि
किन्हें रखना होगा सावधान?
- हालांकि यह योग कई राशियों के लिए लाभकारी है, लेकिन कुछ जातकों को ध्यान रखना चाहिए:
- वृश्चिक और मकर राशि वालों को निर्णय लेने से पहले सलाह लेनी चाहिए
- भावनात्मक अस्थिरता से बचें
- व्यर्थ के निवेश से परहेज करें
क्यों महत्वपूर्ण है यह समय?
गुरु 13 महीने में एक बार राशि बदलते हैं और चंद्रमा हर ढाई दिन में। इन दोनों ग्रहों का ऐसा दुर्लभ संयोग सामान्यतः बार-बार नहीं बनता। यही वजह है कि ज्योतिषीय दृष्टि से यह समय आत्मिक, मानसिक और भौतिक उन्नति के लिए अत्यंत उपयुक्त माना जा रहा है।
क्या करें इस समय?
- गायत्री मंत्र का जाप करें
- गुरुवार और सोमवार का व्रत रखें
- पीले और सफेद वस्त्र धारण करें
- गरीबों को भोजन कराएँ
- घर में तुलसी और केले का पौधा लगाएँ
सलाह: इस योग की ऊर्जा को समझें, ध्यान और पूजा से स्वयं को आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाएं। किसी ज्योतिष विशेषज्ञ से परामर्श लेकर अपने कुंडली अनुसार मंत्र, उपाय या रत्न धारण करें, ताकि आप इस शुभ योग से संपूर्ण लाभ प्राप्त कर सकें।