Rajasthan News: हनी ट्रैप के नाम पर छात्र का अपहरण, अश्लील वीडियो बनाकर 25 लाख की फिरौती मांगी, बाड़मेर से दो गिरफ्तार
राजस्थान के बाड़मेर में छात्र को हनी ट्रैप में फंसाकर अपहरण कर लिया गया। आरोपी चाचा-भतीजे ने उसका अश्लील वीडियो बनाकर 25 लाख की फिरौती मांगी। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीसरा फरार है। परिजनों की सूझबूझ से युवक बच सका।

राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दी है। यहां एक प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र को बहलाकर पहले मिलने बुलाया गया, फिर उसे बंधक बनाकर उसकी अश्लील वीडियो बनाई गई और लाखों की फिरौती मांगी गई। इस पूरी आपराधिक साजिश के पीछे चाचा-भतीजे की जोड़ी निकली, जबकि एक और आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
21 जून की रात: जाल में फंसा छात्र
बाड़मेर में रहकर सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा एक होनहार युवक 21 जून की रात अचानक एक पुराने परिचित नंबर से आए मैसेज के झांसे में आ गया। उस नंबर से लिखा गया कि एक युवती और उसकी सहेली उससे मिलना चाहती हैं। संदेश भेजने वाला नंबर आरोपी हुकमाराम की बेटी का था, जो पहले पीड़ित युवक की परिचित रही है।
शिवनगर में रची गई साजिश
युवक जैसे ही शिवनगर स्थित कमरे पर पहुंचा, वहां कोई लड़की नहीं थी। बल्कि कमरे में मौजूद थे – हुकमाराम (पुत्र भैराराम), उसका भतीजा देवेंद्र (पुत्र तुलछाराम) और एक अन्य साथी, जिन्होंने युवक को तुरंत बंदी बना लिया। बंदी बनाने के बाद आरोपियों ने छात्र के कपड़े उतरवाकर जबरन अश्लील वीडियो और तस्वीरें खींचीं। इसके बाद उसे धमकाया गया कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो वीडियो वायरल कर दिया जाएगा और झूठे बलात्कार केस में फंसा दिया जाएगा। युवक के परिवार को फोन कर 25 लाख रुपये की मांग रखी गई। डरा-सहमा छात्र बार-बार विनती करता रहा कि वह सिर्फ एक गरीब स्टूडेंट है, उसके पास इतने पैसे नहीं हैं। लेकिन आरोपियों ने एक न सुनी। वे लगातार धमकियां देते रहे और समय सीमा में पैसे लाने का दबाव बनाते रहे। जब परिजनों ने रकम जुटाने में असमर्थता जताई, तो उन्होंने बेहद समझदारी दिखाई और तुरंत सदर थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने 24 जून को शिवनगर क्षेत्र में छापा मारा और महाराजा पब्लिक स्कूल के पास से दो आरोपियों को धर दबोचा। तीसरा आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
बेटी के मोबाइल से रची गई साजिश
जांच में सामने आया कि युवक को जिस मोबाइल से मैसेज किया गया था, वह हुकमाराम की बेटी का था। वह शिवनगर में किराए से रहती है और पूर्व में पीड़ित युवक से उसका परिचय रहा है। इसी विश्वास को हथियार बनाकर आरोपी ने उसे जाल में फंसाया। सदर थाना पुलिस ने मीडिया को बताया कि यदि परिजन समय रहते सूचित न करते तो मामला और गंभीर हो सकता था। पुलिस ने युवक को सुरक्षित रिहा कर लिया है और अब हर एंगल से मामले की जांच चल रही है। आरोपी पर IPC की संगीन धाराएं लगाई गई हैं और तीसरे आरोपी की तलाश के लिए टीमें जुटी हैं।