वडोदरा में तीसरी बार बम की अफवाह से दहशत, ‘उमर फारूक’ नाम से आया ईमेल

वडोदरा के सिग्नस स्कूल को बम की ईमेल धमकी मिलने से मची अफरा-तफरी। 12 दिनों में तीसरी घटना, ‘उमर फारूक’ नाम दोहराया गया। पुलिस, बम स्क्वॉड और साइबर टीम अलर्ट पर। बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल, अभिभावकों में आक्रोश। अब जांच साइबर आतंकवाद की दिशा में।

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वडोदरा, गुजरात – शहर में फिर एक बार शुक्रवार सुबह अफरातफरी मच गई जब हरनी क्षेत्र स्थित सिग्नस स्कूल को ईमेल के माध्यम से बम से उड़ाने की धमकी मिली। ये पिछले 12 दिनों में तीसरा मामला है जब किसी स्कूल को बम की झूठी चेतावनी दी गई है। इससे न सिर्फ पुलिस और खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं, बल्कि अभिभावकों और विद्यार्थियों में गहरी चिंता की लहर फैल गई है।

तीसरी बार ‘उमर फारूक’ का नाम – गूंजता डर का साया
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह मेल भी उन्हीं पुराने मेल्स की तरह ‘उमर फारूक’ नाम से भेजा गया है – जो पहले नवरचना स्कूल और रिफाइनरी सीबीएसई स्कूल को भेजे गए धमकी भरे ईमेल्स में भी सामने आ चुका है। हालांकि अभी तक कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली, लेकिन इन घटनाओं से बच्चों की मानसिक स्थिति पर गंभीर असर पड़ रहा है।

सुबह-सुबह दौड़ी बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड की टीमें
जैसे ही स्कूल प्रशासन को धमकी भरा मेल मिला, तुरंत वडोदरा पुलिस, बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वॉड घटनास्थल पर पहुंची। स्कूल परिसर की बारीकी से तलाशी ली गई, जिसमें लगभग 2 से 3 घंटे तक हर कमरे और कोने को खंगाला गया। राहत की बात रही कि कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली, लेकिन उस समय स्कूल में मौजूद बच्चों, टीचर्स और स्टाफ के चेहरों पर डर साफ झलक रहा था।

पुलिस का बयान – ये महज मजाक नहीं, साइबर टेररिज्म है! एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम इन घटनाओं को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। किसी बच्चे को स्कूल जाने में डर नहीं होना चाहिए। हम पूरी साइबर टीम को अलर्ट कर चुके हैं और जल्द ही इस मेल की लोकेशन और स्रोत का पता लगा लिया जाएगा।”

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नवरचना और रिफाइनरी स्कूल भी रहे निशाने पर
यही ‘उमर फारूक’ नाम जनवरी 2025 में सामने आया था, जब नवरचना स्कूल को बम की धमकी दी गई थी। उस समय भी स्कूल खाली करवा कर गहन तलाशी ली गई थी, पर कुछ नहीं मिला। फिर जून के अंतिम सप्ताह में नवरचना स्कूल को एक और धमकी मिली, जिससे अभिभावकों में नाराजगी और डर दोनों बढ़ गया। इसके ठीक अगले दिन रिफाइनरी सीबीएसई स्कूल को भी मेल भेजा गया जिसमें बम रखे होने की बात कही गई। वहां भी घंटों तलाशी अभियान चला लेकिन कुछ नहीं मिला। इन घटनाओं ने यह साफ कर दिया है कि यह सिलसिला अब एक साइबर टेररिज्म कैंपेन का हिस्सा बनता जा रहा है।

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अभिभावकों में रोष – “ये कोई मजाक नहीं, हमारे बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ है”
लगातार बम की धमकियों से परेशान वडोदरा के अभिभावक अब खुलकर सामने आने लगे हैं। एक माता-पिता ने कहा, “ये तीसरी बार हो चुका है। अब ये शरारत नहीं, ये आतंक फैलाने की साजिश है। मेरा बच्चा स्कूल जाने से डरता है, रात को डरावने सपने देखता है।”

सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था – स्कूलों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग
इस घटनाक्रम ने स्कूलों की सुरक्षा पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस और प्रशासन पर यह दबाव है कि वे स्थायी समाधान निकाले। कई अभिभावकों ने मांग की है कि स्कूलों में सीसीटीवी नेटवर्क मजबूत किया जाए, और हर सुबह स्कूल में एंट्री के समय रैंडम चेकिंग की जाए।

साइबर क्राइम टीम एक्टिव – जल्द मिल सकता है सुराग
पुलिस अब इस मामले में साइबर ट्रेसिंग का सहारा ले रही है। विशेषज्ञों की एक टीम मेल सर्वर, आईपी एड्रेस और वर्चुअल लोकेशन को ट्रैक कर रही है। शुरुआती जांच में पता चला है कि ईमेल किसी विदेशी सर्वर से रूट होकर भेजा गया है, जिससे जाँच और पेचीदा हो गई है।


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