भगवा चोला’ नहीं, विचारों की तपस्या बनाती है योगी: अखिलेश का सत्ता पर बड़ा हमला
अखिलेश यादव ने भगवा पहनने वालों की राजनीति पर तीखा हमला करते हुए कहा कि योगी बनने के लिए कपड़े नहीं, विचार चाहिए। उन्होंने नीतीश कुमार के राजनीतिक भविष्य पर सवाल उठाए और BJP पर जनता को मुद्दों से भटकाने का आरोप लगाया। RJD को पूर्ण समर्थन देने का एलान किया।

लखनऊ की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सत्ता के सिंहासन पर विराजमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी पर शब्दों के बाणों से सीधा हमला बोला है। उन्होंने भगवा वस्त्रधारियों की आड़ में छिपे “पाखंड” और “राजनीतिक नौटंकी” पर जमकर प्रहार किया। अखिलेश यादव ने कहा, “सिर्फ भगवा पहन लेने से कोई योगी नहीं बन जाता। योग का अर्थ तपस्या, त्याग और विचारों की शुद्धता है, न कि सत्ता के मंच पर नफरत का प्रचार करने का बहाना।”
उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि सत्ता के गलियारे में भगवा रंग अब अध्यात्म का नहीं, बल्कि ‘राजनीतिक लिबास’ बन चुका है।
नीतीश का भविष्य तय कर चुकी है बीजेपी?
बिहार की राजनीति पर भी अखिलेश यादव ने बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार अब इतिहास बनने वाले हैं। बीजेपी ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का ढोंग सिर्फ जनता को बहलाने के लिए किया है। उनकी उपयोगिता पूरी होते ही उन्हें रिटायर कर दिया जाएगा।”
अखिलेश ने खुलकर कहा कि बीजेपी अब नीतीश कुमार का चेहरा तो दिखाएगी, लेकिन उनकी कुर्सी उनसे छीन लेगी। “कभी हम उन्हें प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में देखना चाहते थे, लेकिन बीजेपी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद से भी हटाने की योजना बना ली है,” यादव ने तंज कसते हुए कहा।
“घोटालों की फाइलें खोलेंगे बिहार में”
अखिलेश यादव ने यह भी ऐलान किया कि समाजवादी पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि “लालू यादव और तेजस्वी यादव को हमारा पूरा समर्थन रहेगा। यूपी में बीजेपी ने जितने घोटाले किए हैं, वे सब बिहार की जनता के सामने रखे जाएंगे।” अखिलेश ने यह साफ किया कि बिहार में अब मुद्दों की राजनीति होगी, न कि ‘चेहरे’ और ‘चालाकियों’ की।
“सनातन का नाम लेकर पाखंड मत फैलाओ”
सपा प्रमुख ने बीजेपी पर धर्म की आड़ में राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि “जो लोग बच्चों को राजनीति में घसीटते हैं, भेदभाव फैलाते हैं और अन्याय करते हैं, वे खुद को सनातनी कहने के लायक नहीं हैं।”
उनके अनुसार, सनातन धर्म का सार समरसता और नैतिकता में है, न कि टीवी कैमरों के सामने भक्ति का ड्रामा करने में। वृंदावन कॉरिडोर को लेकर अखिलेश ने कहा कि यह केवल विकास नहीं, आस्था का सवाल है।
उन्होंने कहा, “सड़कें चौड़ी करने से भीड़ नियंत्रण नहीं होता, जैसे कुंभ में देखा गया। ट्रैफिक मैनेजमेंट में फेल होने के बावजूद सरकार वाहवाही चाहती है।”
उन्होंने लखनऊ का उदाहरण देते हुए कहा कि “मुख्यमंत्री खुद ट्रैफिक मॉनिटर कर रहे हैं, फिर भी जाम लगा है।”
2027: राजनीति का नया चेप्टर
अखिलेश यादव ने अंत में कहा कि “2027 का उत्तर प्रदेश चुनाव अब तक के सभी चुनावों से अलग होगा। इस बार जनता मुद्दों पर बात करेगी, और सरकार को जवाब देना होगा।”
उन्होंने कहा कि देश में एक बड़ा संदेश जाएगा – राजनीति में कपड़ों से नहीं, विचारों और कर्मों से पहचान बनती है।