1.3 मिलियन फॉलोअर्स और 2 करोड़ की फिरौती: कीर्ति पटेल की दोहरी जिंदगी का पर्दाफाश

डिजिटल स्टार की डबल लाइफ: करोड़ों की फिरौती और गिरफ्तारी का सनसनीखेज मामला

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इंस्टाग्राम क्वीन की गिरफ्तारी: करोड़ों की फिरौती और सोशल मीडिया की जालसाजी का काला सच

 

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गुजरात की डिजिटल दुनिया में एक चमकता नाम — कीर्ति पटेल। इंस्टाग्राम पर 13 लाख से ज़्यादा फॉलोअर्स, यूट्यूब पर लाखों व्यूज़, महाकुंभ की रंगीन तस्वीरें, और लग्ज़री लाइफस्टाइल की झलकियां। लेकिन इस चकाचौंध के पीछे जो सच्चाई छुपी थी, उसने पुलिस से लेकर साइबर एक्सपर्ट्स तक को चौंका दिया।

 10 महीने से छुपी, आखिरकार सरखेज से गिरफ्तार
सूरत पुलिस को पिछले 10 महीनों से एक ऐसी शख्सियत की तलाश थी, जो सोशल मीडिया पर तो हर दिन ऐक्टिव थी, मगर असल जिंदगी में लापता। आखिरकार अहमदाबाद के सरखेज इलाके से कीर्ति पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी में तकनीकी टीम और साइबर क्राइम एक्सपर्ट्स की अहम भूमिका रही।

फिरौती की साजिश: 2 करोड़ का हनीट्रैप
पूरा मामला साल 2024 से जुड़ा है। सूरत के एक नामी बिल्डर ने शिकायत की थी कि उसे हनीट्रैप कर के 2 करोड़ रुपये की मांग की गई। इस साजिश में पांच लोग शामिल थे। चार पहले ही गिरफ्त में आ चुके थे, लेकिन कीर्ति पटेल पुलिस की पकड़ से बचती रही। DCP आलोक कुमार ने बताया, “कीर्ति लगातार अपनी पहचान और ठिकाने बदल रही थीं। कभी सिम बदलती, कभी शहर। लेकिन सोशल मीडिया से उनका मोह नहीं टूटा।”

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 सोशल मीडिया बना सुराग
कीर्ति ने फरारी के दौरान भी इंस्टाग्राम और यूट्यूब से दूरी नहीं बनाई। प्रयागराज महाकुंभ में ली गईं तस्वीरें, जन्मदिन के सेलिब्रेशन वीडियो — सब कुछ लगातार अपडेट हो रहा था। पुलिस ने इसी डिजिटल एक्टिविटी के जरिए उनकी लोकेशन ट्रैक की। IP एड्रेस और GPS डेटा की मदद से अहमदाबाद की लोकेशन पक्की हुई और फौरन कार्रवाई करते हुए उन्हें दबोच लिया गया।

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 कौन हैं कीर्ति पटेल?
कीर्ति पटेल, जिन्हें सोशल मीडिया पर ‘कीर्ति अदालजा’ नाम से भी जाना जाता है, साल 2019 से डिजिटल कंटेंट बना रही हैं। उनके यूट्यूब चैनल पर तकरीबन दो लाख सब्सक्राइबर्स हैं। वो खुद को ‘लाइफस्टाइल इन्फ्लुएंसर’ बताती हैं और उनके वीडियोस में ट्रेवल व्लॉग्स, मोटिवेशनल टॉक्स और निजी अनुभव साझा किए जाते हैं। लेकिन पुलिस रिकॉर्ड कुछ और ही कहानी बयां करता है। जमीन हड़पने, धमकी देने और साइबर क्राइम से जुड़े मामलों में कीर्ति पहले से संदिग्ध रही हैं।

 फरारी के दौरान वीडियो संदेश: “मेरा केस खत्म हो चुका है”
गिरफ्तारी से पहले, कीर्ति ने एक वीडियो में दावा किया था कि उन पर दर्ज केस खारिज कर दिया गया है। उन्होंने खुद को बेगुनाह बताते हुए सोशल मीडिया पर सहानुभूति बटोरने की कोशिश की, मगर कानून की नजर से यह सिर्फ एक और चाल थी।

 अब शुरू होगी असली पूछताछ
गिरफ्तारी के बाद पुलिस की अगली चुनौती है — कीर्ति के नेटवर्क को उजागर करना। जिन चार आरोपियों को पहले पकड़ा गया, उन सब से पूछताछ के बाद कई नए लिंक सामने आए हैं। कीर्ति पर न केवल हनीट्रैप, बल्कि आर्थिक अपराध, धोखाधड़ी और ऑनलाइन धमकियों के भी आरोप हैं। अब उनसे पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या वो अकेली इस जालसाजी की मास्टरमाइंड थीं या पीछे कोई बड़ा गिरोह काम कर रहा था।

 यह मामला क्यों है अहम?
कीर्ति पटेल की गिरफ्तारी सिर्फ एक क्राइम केस नहीं है। यह एक ऐसा मामला है जो सोशल मीडिया की दुनिया और असल दुनिया के टकराव को उजागर करता है। आज जब डिजिटल पहचान ही लोगों की सबसे बड़ी ताकत बन गई है, ऐसे में यह घटना एक चेतावनी है — हर चमकता चेहरा भरोसे के लायक नहीं होता।

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