लखनऊ में पारिवारिक विवाद बना दोहरी हत्या का कारण, पति ने किया सास-ससुर का कत्ल पत्नी गंभीर घायल

लखनऊ के गढ़ी कनौरा में शराबी और बेरोजगार पति ने ससुराल पहुंचकर सास-ससुर की चाकू से हत्या कर दी। पत्नी से बात करने आए आरोपी ने इंकार पर ताबड़तोड़ हमला किया। आरोपी गिरफ्तार, पत्नी घायल, दो मासूम बच्चों का बचपन बर्बादी की दहलीज पर खड़ा हो गया।

पति का पागलपन बना दो मासूम बच्चों के लिए अनाथ बनने की वजह: लखनऊ में दंपती की चाकू से हत्या

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लखनऊ के गढ़ी कनौरा में बुधवार रात जो हुआ, उसने न सिर्फ दो जिंदगियों को निगल लिया, बल्कि एक मासूम को हमेशा के लिए बचपन की मुस्कान से दूर कर दिया। एक बाप की बर्बरता ने उसके ही बच्चों को अनाथ बना दिया और एक परिवार की खुशियों को खून में डुबो दिया। यह दर्दनाक वारदात लखनऊ के इंदिरानगर थाना क्षेत्र की है, जहां 75 वर्षीय डॉ. अनंत राम और उनकी 73 वर्षीय पत्नी आशा देवी अपने घर में रह रहे थे। अनंत राम रेलवे सुरक्षा बल से सेवानिवृत्त अधिकारी थे और समाज में आदर का स्थान रखते थे। उनकी बेटी पूनम, एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। करीब 10 साल पहले पूनम की शादी निशातगंज निवासी जगदीप सिंह से हुई थी। शादी के बाद से ही उनके बीच मनमुटाव शुरू हो गया था। अप्रैल 2025 में यह विवाद इस हद तक बढ़ गया कि पूनम अपने दो बेटों के साथ मायके लौट आई। जगदीप का शराब और गुस्से की लत ने रिश्तों को तोड़ दिया था।

बातचीत की जगह बना खूनी नाटक
बुधवार रात जगदीप, हाथ में बैग लिए गढ़ी कनौरा स्थित अपने ससुराल पहुंचा। उसने कहा कि वह सिर्फ पत्नी से बातचीत करना चाहता है। लेकिन उसकी नीयत कुछ और थी। पूनम ने जैसे ही बात करने से इनकार किया, जगदीप का पागलपन हावी हो गया। उसने पूनम के साथ हाथापाई शुरू कर दी। शोर सुनकर पूनम के माता-पिता बीच-बचाव के लिए आए, लेकिन यही पल उनकी जिंदगी का आखिरी पल बन गया।गुस्से से आगबबूला जगदीप ने बैग से चाकू निकाला और पहले अनंत राम पर ताबड़तोड़ वार किए। उनकी चीखें सुनकर दौड़ी आई आशा देवी ने पति को बचाने की कोशिश की, लेकिन जगदीप ने उन पर भी चाकू से कई वार कर दिए।

स्थानीयों की हिम्मत से आरोपी दबोचा गया
चीख-पुकार सुनकर मोहल्ले के लोग मौके पर पहुंचे और किसी तरह साहस जुटाकर आरोपी को काबू में किया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल अनंत राम और आशा देवी को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं पूनम भी हमले में घायल हुई है और उसका इलाज चल रहा है। उसका 3 साल का बेटा सनवीर भी उस वक्त घर पर ही मौजूद था। इस पूरे घटनाक्रम ने मासूम के मन में एक ऐसा डर भर दिया है जो शायद जीवन भर उसके साथ रहेगा।

हत्यारोपी की मंशा पहले से थी तय
पुलिस जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि जगदीप हत्या की पूरी तैयारी के साथ आया था। उसके बैग में चाकू पहले से रखा हुआ था। वह मौके की तलाश में था और जैसे ही उसे बहस का मौका मिला, उसने हमला बोल दिया। डीसीपी आशीष कुमार श्रीवास्तव के अनुसार, पूनम की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।

क्या थी इस हत्याकांड की असली वजह?
पूनम ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि जगदीप शराब का आदी है और बेरोजगार भी है। वह अक्सर मारपीट करता था। पूनम दो बच्चों की मां हैं और पति की हिंसक प्रवृत्ति से तंग आकर अपने मायके लौट आई थीं। शराब, बेरोजगारी और असफल शादी – इन तीन ज़हर ने इस पूरे परिवार को निगल लिया। अब सवाल उठता है कि इस घटना के बाद उन दो मासूम बच्चों का भविष्य क्या होगा? पूनम बुरी तरह घायल है, उसकी मानसिक स्थिति भी अत्यंत कमजोर है। समाज, प्रशासन और कानून को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि इन बच्चों को सुरक्षा, शिक्षा और स्नेह मिले।

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