Vadodara News- अंधविश्वास और लालच की जाल में फंसी पूर्व शिक्षिका, वडोदरा में ठग गैंग का पर्दाफाश
वडोदरा के हरणी क्षेत्र में एक पूर्व शिक्षिका को अंधविश्वास के जाल में फंसाकर तीन सदस्यों की ठग गैंग ने करीब 6.68 लाख रुपये के आभूषण लूट लिए। पुलिस ने सीसीटीवी और मुखबिर तंत्र की मदद से गिरोह को गिरफ्तार कर लिया है। ठगों से 5 लाख से अधिक का सामान बरामद हुआ।

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वडोदरा के हरणी इलाके में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां अंधविश्वास और लालच का सहारा लेकर एक रिटायर्ड शिक्षिका को तीन सदस्यों की ठग गैंग ने ठगी का शिकार बना लिया। यह घटना न केवल सामाजिक जागरूकता की कमी को उजागर करती है, बल्कि यह भी बताती है कि कैसे ठग आज भी पुराने तरीकों से भोले-भाले नागरिकों को शिकार बना रहे हैं। हरणी क्षेत्र की निवासी, सेवानिवृत्त शिक्षिका मीनाबेन पंचाल के दरवाजे पर तीन अनजान लोग एक दिन सरनामा पूछने के बहाने पहुंचे। बातचीत के दौरान उन्होंने मीनाबेन का भरोसा जीत लिया। फिर उन्होंने बड़ी चतुराई से कहा कि वह भविष्य देख सकते हैं और मीनाबेन के घर में दुर्भाग्य और अशांति की छाया है। इस “दुर्भाग्य” से छुटकारा पाने के लिए एक विशेष पूजा अनिवार्य बताई गई, जिसके लिए मीनाबेन को अपने गहने देने को कहा गया।
जादू-टोने के नाम पर की गई ठगी
महिला ठग ने एक शीशा निकालकर उसमें ‘सकारात्मक ऊर्जा’ दिखाने का नाटक किया और कहा कि अगर वह गहने पूजा में नहीं देंगी, तो परिवार पर मुसीबतें आएंगी। मीनाबेन, जो जीवन भर शिक्षा की सेवा कर चुकी थीं, उनके झांसे में आ गईं और उन्होंने अपने लगभग 5 लाख रुपये मूल्य के गहने सौंप दिए। ठगों ने उन्हें कहा कि पूजा की प्रक्रिया के दौरान उन्हें कुछ देर के लिए आगे तक चलना होगा, और वापस आने पर गहने उन्हें लौटाए जाएंगे। जब मीनाबेन थोड़ी दूर जाकर लौटीं, तो उन्हें पता चला कि वह ठगी की शिकार बन चुकी हैं। उनके सामने से ठग गैंग गायब हो चुकी थी। घबराई मीनाबेन ने तुरंत हरणी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की सक्रियता और तकनीकी जांच से मिली सफलता
शिकायत मिलते ही वडोदरा की क्राइम ब्रांच हरकत में आई। सबसे पहले घटनास्थल और आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। इसके अलावा मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया। पुलिस को शक था कि यह गिरोह स्थानीय नहीं है, इसलिए आस-पास के शहरों में भी सूचना भेजी गई। तीन दिनों की सतत निगरानी और छानबीन के बाद पुलिस ने इस ठग गिरोह को ट्रेस कर लिया। गिरोह में शामिल थे—एक दंपत्ति: इकबाल शेख और सलमा शेख, और उनके साथ एक अन्य महिला साथी।
सूरत से हुई गिरफ्तारी, गहने भी किए गए बरामद
पुलिस ने गिरोह को सूरत से गिरफ्तार किया और उनके पास से 6 लाख 68 हजार रुपये मूल्य का मुद्दा माल जब्त किया, जिसमें मीनाबेन के गहने भी शामिल थे। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने पहले भी इसी तरह की कई वारदातों को अंजाम दिया है, लेकिन किसी ने पुलिस में शिकायत नहीं की थी। फिलहाल, पुलिस इस गिरोह के पुराने रिकॉर्ड खंगाल रही है। यह संभावना जताई जा रही है कि इनके तार अन्य राज्यों से भी जुड़े हो सकते हैं। क्राइम ब्रांच की टीम यह भी जांच कर रही है कि क्या यह गिरोह किसी बड़े ठगी नेटवर्क का हिस्सा है।
- सवाल जो उठते हैं
क्या मीनाबेन जैसी शिक्षित महिलाएं भी अंधविश्वास की चपेट में आ सकती हैं? - समाज में साइकोलॉजिकल ट्रिक्स के जरिए होने वाली ठगी की रोकथाम के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
- ठगी के ऐसे मामलों में सख्त सज़ा से क्या ऐसे गिरोहों पर लगाम लग सकती है?
पुलिस की अपील
वडोदरा पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति की बातों में न आएं, खासकर जब मामला पूजा-पाठ, तंत्र-मंत्र, या भविष्यवाणी से जुड़ा हो। संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।[ad_2]