सीएम योगी ने किया गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण, पूर्वांचल को मिली विकास की नई रफ्तार

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आज़मगढ़ | उत्तप्रदेश की धरती पर एक और ऐतिहासिक अध्याय जुड़ गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करते हुए न सिर्फ पूर्वांचल को एक नई गति दी, बल्कि आज़मगढ़ जैसे इलाकों को भी विकास की मुख्यधारा से जोड़ दिया। ये महज एक एक्सप्रेसवे नहीं, बल्कि नए उत्तर प्रदेश की वह सड़कीय नींव है, जिस पर आत्मनिर्भर भारत का सपना आकार ले रहा है। सीएम योगी ने उद्घाटन समारोह में स्पष्ट किया कि अब उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे प्रदेश बन गया है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के जुड़ते ही यूपी देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां कुल आठ चालू एक्सप्रेसवे हैं। इससे न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि आर्थिक, औद्योगिक और क्षेत्रीय समावेशी विकास को भी अभूतपूर्व बल मिलेगा।
पहले आज़मगढ़ का नाम लेते घबराते थे, अब बनेगा ब्रांड
मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि कुछ साल पहले तक लोग ‘आज़मगढ़’ का नाम लेने से भी झिझकते थे। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। योगी बोले, “आजमगढ़ अब पहचान के संकट से नहीं, पहचान के विस्तार से जूझ रहा है। हमने इसे विकास का पर्याय बना दिया है।” यह बदलाव डबल इंजन सरकार की इच्छाशक्ति और लगातार चल रहे बुनियादी कार्यों का नतीजा है। गोरखपुर से लखनऊ की दूरी अब किसी बड़ी चुनौती की तरह नहीं रही। नया एक्सप्रेसवे इसे महज 3 से 3.5 घंटे की यात्रा बना देता है। जहां पहले सड़कें गड्ढों से भरी और ट्रैफिक से जूझती थीं, वहीं अब ये सफर हवादार, चौड़ी और अत्याधुनिक सड़कों पर तेज़ी से तय होगा। यह परियोजना सिर्फ गोरखपुर-लखनऊ को नहीं, बल्कि उरुवा, धुरियापार, खजनी, बेलघाट जैसे दर्जनों छोटे क्षेत्रों को भी राजधानी और अन्य मेट्रो शहरों से जोड़ती है। अब इन इलाकों के निवासी मात्र 20-25 मिनट में गोरखपुर शहर तक पहुंच सकेंगे, जो पहले घंटों का काम हुआ करता था। यह क्षेत्रीय समानता और अवसरों के विस्तार की दिशा में बड़ा कदम है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे ‘पूर्वांचल एक्सप्रेसवे’ को भी सशक्त रूप से जोड़ता है, जो पटना तक की निर्बाध कनेक्टिविटी को मजबूत करता है। इसके जरिए बनारस, बलिया, गाजीपुर, और यहां तक कि बिहार के बड़े शहरों तक परिवहन को नया आयाम मिलेगा। इससे न केवल व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि टूरिज्म और मेडिकल हब की संभावनाएं भी उजागर होंगी।
योगी सरकार की दूरदर्शिता का उदाहरण
यह एक्सप्रेसवे योगी सरकार की दूरदर्शी नीतियों और समावेशी विकास के संकल्प का जीवंत प्रतीक है। सीएम योगी ने इस दौरान कहा, “हम आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की नींव रख चुके हैं। यहां से आगे अब कोई क्षेत्र पीछे नहीं रहेगा, न कोई नागरिक विकास से वंचित रहेगा।” गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की योजना कई वर्षों से कागज़ पर थी, लेकिन इसे अमल में लाने और रिकॉर्ड समय में पूरा करने का श्रेय योगी सरकार को जाता है। राज्य सरकार ने न केवल जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को पारदर्शी और शीघ्र बनाया, बल्कि निर्माण कार्य को भी युद्ध स्तर पर पूरा किया।
यूपी मॉडल बना राष्ट्रीय प्रेरणा
आज जब देश के अन्य राज्य अभी एक्सप्रेसवे निर्माण की योजना बना रहे हैं, उत्तर प्रदेश पहले ही 8 ऑपरेशनल एक्सप्रेसवे के साथ नई ऊंचाइयों पर है। यह “यूपी मॉडल” अब दूसरे राज्यों के लिए भी प्रेरणा बन चुका है – जिसमें विकास, सुशासन और इन्फ्रास्ट्रक्चर को साथ लेकर चला जा रहा है।
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