दिशा सालियान की मौत पर SIT की अंतिम रिपोर्ट: हत्या नहीं, आत्महत्या थी; आदित्य ठाकरे को क्लीन चिट
दिशा सालियान की मौत मामले में SIT ने स्पष्ट किया कि यह आत्महत्या थी। पोस्टमॉर्टम और CCTV से कोई हिंसा, यौन हमला या साजिश नहीं पाई गई। आदित्य ठाकरे को क्लीन चिट मिली। दिशा नशे में थीं और दोस्तों के बीच से खुद कूद गईं। जांच अब भी जारी है।

चार साल बाद, एक ऐसा सच सामने आया जिसने अफवाहों और राजनीतिक आरोपों की धुंध को चीरते हुए दिशा सालियान की मौत के मामले में अंतिम सत्य का रास्ता साफ कर दिया। महाराष्ट्र सरकार ने बॉम्बे हाईकोर्ट में कहा कि दिशा की मौत आत्महत्या थी और इस केस में कोई आपराधिक साजिश या यौन उत्पीड़न जैसी घटनाएं सामने नहीं आईं। सबसे अहम बात यह रही कि शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे का इस पूरे मामले से कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें क्लीन चिट दे दी गई है।
सीआईडी और एसआईटी की जमीनी पड़ताल
मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने कोर्ट को यह भी बताया कि जांच अब भी जारी है, लेकिन अब तक की जांच में ऐसा कोई भी सबूत नहीं मिला है, जो इस बात की पुष्टि कर सके कि यह कोई हत्या थी या इसमें किसी बड़े राजनेता की भूमिका थी। SIT ने बताया कि दिशा की मृत्यु 9 जून 2020 को उनके बॉयफ्रेंड रोहन रॉय के मालाड स्थित अपार्टमेंट से गिरने के बाद हुई थी। उस रात दिशा अपने दोस्तों के साथ पार्टी कर रही थीं।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और वैज्ञानिक सबूतों की पुष्टि
फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से यह साफ हुआ कि दिशा की मौत के पहले किसी प्रकार का यौन या शारीरिक हमला नहीं हुआ था। न ही उनके शरीर पर चोट के कोई ऐसे निशान मिले जो हिंसा की ओर इशारा करते हों। सीमन या योनि में किसी प्रकार के जख्म के कोई सबूत नहीं मिले।
सीसीटीवी में नहीं दिखी कोई संदिग्ध गतिविधि
उस इमारत के सभी छह CCTV कैमरों की जांच की गई, लेकिन किसी में भी कोई संदिग्ध गतिविधि या घुसपैठ नहीं पाई गई। इसके अलावा चार स्वतंत्र गवाहों ने दिशा के गिरने की आवाज सुनी और उसे गिरते हुए देखने की बात कही है। गवाहों और दोस्तों के बयानों में कोई विरोधाभास नहीं पाया गया। दिशा के बॉयफ्रेंड रोहन रॉय ने बताया कि उस रात वह, दिशा और उनके दोस्त एक नॉर्मल पार्टी कर रहे थे। दिशा ने गोल गले की टीशर्ट और क्रीम रंग की पैंट पहनी थी। वह अधिक मात्रा में शराब के नशे में थीं और मानसिक रूप से अस्थिर महसूस कर रही थीं। दोस्तों ने बताया कि अचानक दिशा बालकनी की ओर गईं और बिना किसी चेतावनी के छलांग लगा दी।
दिशा के माता-पिता ने नहीं जताया कोई शक
दिशा के माता-पिता ने भी जांच प्रक्रिया पर कोई अविश्वास नहीं जताया। उनके बयानों में किसी पर आरोप नहीं लगाया गया, बल्कि उन्होंने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था। मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज बयान में दिशा की मां वासंती ने साफ कहा कि उन्हें जांच में कोई खामी नहीं लगी।
अदालत में याचिका खारिज करने की मांग
राज्य सरकार की ओर से हाईकोर्ट में कहा गया कि जो याचिका दायर की गई है उसमें लगाए गए आरोप निराधार और तथ्यविहीन हैं। इसीलिए उन्होंने कोर्ट से अनुरोध किया कि याचिका खारिज की जाए और मामले को बंद समझा जाए। हालांकि, SIT की रिपोर्ट से साफ हो गया है कि आदित्य ठाकरे का नाम केवल राजनीतिक दांवपेंच का हिस्सा बन गया था, लेकिन जांच अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। अंतिम रिपोर्ट आने तक SIT सभी पहलुओं को गहराई से देख रही है।