देशभर में दहशत फैलाने वाली ‘लव-हैकिंग’: 12 राज्यों को दहलाने वाली इंजीनियर गिरफ्तार
चेन्नई की इंजीनियर जोशिल्डा ने एकतरफा प्यार में ठुकराए जाने पर बदला लेने की ठानी। उसने नरेंद्र मोदी स्टेडियम समेत 12 राज्यों में बम धमकी मेल भेजे। फर्जी पहचान, डार्क वेब और VPN से खुद को छुपाया, लेकिन एक तकनीकी गलती से पकड़ में आ गई। पुलिस ने उसे चेन्नई से गिरफ्तार किया।

“जब प्यार बना जाल: जोशिल्डा की डिजिटल तबाही की दास्तान”
प्यार में ठुकराए जाने के बाद कोई रोता है, कोई आगे बढ़ता है—but जोशिल्डा ने बदले की ऐसी स्क्रिप्ट लिखी जो न केवल 12 राज्यों की पुलिस को उलझा गई बल्कि देश की साइबर सुरक्षा व्यवस्था को भी तगड़ी चुनौती दे दी। कहानी की शुरुआत चेन्नई से होती है, जहां जोशिल्डा नामक युवती एक मल्टीनेशनल कंपनी में वरिष्ठ सलाहकार के रूप में कार्यरत थी। इंजीनियरिंग और रोबोटिक्स की पढ़ाई कर चुकी यह युवती तकनीक में निपुण थी, लेकिन उसका दिल टूट चुका था। जोशिल्डा दिविज प्रभाकर नाम के युवक से एकतरफा प्रेम करती थी। उसने उसे दिल ही नहीं, दिमाग भी सौंप दिया था। पर जब दिविज ने किसी और से शादी कर ली, तो उसका मोह प्यार से बदले में बदल गया। यही वह मोड़ था जहां से उसकी कहानी एक क्राइम थ्रिलर में बदल गई।
मेल के ज़रिए मिली धमकियों की सुनामी
प्यार में हार चुकी जोशिल्डा ने अपने ‘प्रेमी’ को फंसाने और बदनाम करने के लिए उसके नाम से देश के 12 राज्यों में बम धमकी वाले ईमेल भेजने शुरू कर दिए। सबसे पहले मेल भेजा गया नरेंद्र मोदी स्टेडियम को उड़ाने की धमकी के साथ, और फिर तो मानो मेल की बाढ़ आ गई। अहमदाबाद के बी.जे. मेडिकल कॉलेज, दो स्कूल, और यहां तक कि एयर इंडिया की फ्लाइट्स भी उसके निशाने पर थीं। उसने 21 बार बम विस्फोट की धमकी दी। अपने मकसद को छुपाने के लिए जोशिल्डा ने बेहद तकनीकी और चतुर तरीके अपनाए। फर्जी ईमेल अकाउंट, वर्चुअल नंबर, VPN और डार्क वेब का इस्तेमाल कर वह पुलिस की पकड़ से दूर रही। इतने दिनों तक साइबर क्राइम टीमें उसकी लोकेशन तक नहीं पहुंच सकीं। पुलिस जांच के दौरान अहमदाबाद के सरखेज थाना क्षेत्र से जब एक स्कूल को मेल मिला, तो केस गंभीर हो गया। 3 जून 2025 को FIR दर्ज हुई, और देशभर की एजेंसियां हरकत में आईं। तब साइबर क्राइम यूनिट को एक ‘छोटी सी गलती’ मिली, जो उसके पतन की वजह बनी। दरअसल, छह महीने पहले जोशिल्डा ने एक ही डिवाइस से असली और फर्जी ईमेल ID में लॉग इन कर दिया था। यही उसकी पहचान का सुराग बना।
गिरफ्तारी और चौंकाने वाले खुलासे
चेन्नई स्थित उसके फ्लैट पर रेड कर पुलिस ने जोशिल्डा को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह दिविज को बदनाम करना चाहती थी और इसलिए उसका नाम इस्तेमाल कर देशभर में डर फैलाया। यह भी सामने आया कि एयर इंडिया की एक दुर्घटना के बाद भी उसने धमकी भरा मेल भेजा था, जिसमें उसने लिखा – “अब तो समझ आ गया होगा कि हम खेल नहीं कर रहे।” अब जब जोशिल्डा की गिरफ्तारी हो चुकी है, उस पर आईटी एक्ट, यूएपीए और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत केस दर्ज किए जा रहे हैं। यह मामला न केवल साइबर अपराध की चेतावनी है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भावनात्मक असंतुलन कैसे राष्ट्रीय खतरे में बदल सकता है।