सूरत हिट एंड रन: मंडली से लौट रहे युवक को कार ने रौंदा, मौके पर मौत
सूरत के सरथाना इलाके में एक दर्दनाक हिट एंड रन हादसे में बाइक सवार युवक की मौके पर मौत हो गई। सीसीटीवी फुटेज में कैद इस घटना के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतक युवक मंडली से लौटते समय हादसे का शिकार हुआ।

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सूरत का सरथाना क्षेत्र रविवार रात एक भयानक सड़क दुर्घटना का गवाह बना, जिसने न सिर्फ एक घर का चिराग बुझा दिया बल्कि पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। यह हादसा तब हुआ जब 26 वर्षीय राजेश उकानी नामक युवक बाइक से घर लौट रहा था। एक तेज रफ्तार कार ने उसे टक्कर मारी और मौके से फरार हो गई। घटना एक हिट एंड रन अपराध के रूप में दर्ज की गई है और सीसीटीवी फुटेज में यह भयावह मंजर पूरी तरह कैद हो चुका है।
कैसे हुआ हादसा
राजेश उकानी, जो निर्मल नगर का निवासी था, मंडली में कुछ धार्मिक कार्य से शामिल होकर अपने घर लौट रहा था। जैसे ही वह सरथाना जकतनाका इलाके में पहुंचा, पीछे से आई एक तेज रफ्तार कार ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और राजेश उछलकर सड़क पर जा गिरा। राहगीरों ने उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के कुछ ही समय बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और इलाके की सीसीटीवी फुटेज खंगाली। फुटेज में स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि एक सफेद रंग की कार तेजी से आती है, बाइक को पीछे से टक्कर मारती है और बिना रुके वहां से भाग जाती है। फुटेज के आधार पर पुलिस ने गाड़ी की पहचान और चालक की तलाश शुरू कर दी है। राजेश के निधन की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक के पिता ने प्रशासन से अपील की है कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए। वहीं स्थानीय लोगों में भी इस हादसे को लेकर आक्रोश है। उनका कहना है कि सरथाना क्षेत्र में लगातार हो रहे ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के कारण इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं।
पुलिस की सख्त कार्यवाही शुरू
सरथाना पुलिस ने इस मामले में हिट एंड रन का मामला दर्ज किया है और गाड़ी के नंबर प्लेट को ज़ूम करके चालक की पहचान की प्रक्रिया शुरू की है। पुलिस का कहना है कि आरोपी जल्द गिरफ्त में होगा। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने भी निगरानी शुरू कर दी है। इस हादसे ने एक बार फिर ट्रैफिक सिस्टम और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सूरत जैसे व्यस्त शहर में स्पीड लिमिट की अनदेखी एक आम बात हो गई है। यातायात विभाग द्वारा लगाए गए कैमरे और चेतावनियां केवल दिखावे बनकर रह गई हैं। ऐसे में यह जरूरी हो गया है कि सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन ठोस और सख्त कदम उठाए। एक होनहार युवक की जान यूं बीच सड़क पर चली जाना सिर्फ एक हादसा नहीं, एक सिस्टम की असफलता भी है। हादसे के बाद उठने वाला शोक और आक्रोश केवल तब शांत हो सकता है जब दोषी को न्यायिक सजा मिले और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन ठोस कानून बनाए।
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