वडोदरा में ढहा जर्जर मकान, मलबे में दबे चार वाहन, कोई जनहानि नहीं
वडोदरा के राजीव नगर में एक पुराना मकान अचानक गिर गया, जिससे चार वाहन मलबे में दब गए। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। स्थानीय लोगों ने समय पर फायर ब्रिगेड को सूचना दी। कांग्रेस ने इस घटना को प्रशासनिक लापरवाही और घटिया निर्माण कार्य का परिणाम बताया है।

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वडोदरा के राजीव नगर क्षेत्र में एक भयावह हादसा उस समय टल गया जब एक वर्षों से बंद और खस्ताहाल मकान अचानक भरभराकर ढह गया। यह मकान लंबे समय से गोदाम के रूप में उपयोग हो रहा था और घटना के समय भीतर कोई मौजूद नहीं था। छत गिरने की वजह से चार वाहन मलबे के नीचे दब गए, लेकिन गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।
बरसात में टूटी सुरक्षा की दीवार
यह हादसा शनिवार शाम को हुआ जब क्षेत्र में हल्की बारिश हो रही थी। पानी की नमी से कमजोर हो चुकी छत अचानक ढह गई, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने तत्काल दमकल विभाग और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड कर्मियों ने मलबे को हटाने का कार्य शुरू किया।
बार-बार चेतावनी के बावजूद नहीं मानी बात
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह मकान पिछले कई वर्षों से खाली पड़ा था और उसकी हालत दिन-ब-दिन खराब हो रही थी। कई बार मकान मालिक को इसे गिराने या मरम्मत कराने की सलाह दी गई, लेकिन उसने कोई ध्यान नहीं दिया। नतीजा यह हुआ कि बारिश के कारण कमजोर हो चुकी संरचना अचानक गिर गई।
प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल
लोगों ने आरोप लगाया कि नगर निगम और संबंधित विभागों को कई बार इस खतरे से अवगत कराया गया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसी लापरवाही का नतीजा आज सड़क किनारे खड़े चार वाहन मलबे में दब जाने के रूप में सामने आया।
बारिश में टूटे ड्रेनेज सिस्टम के स्लीब, भयभीत नागरिक
इसी इलाके के पास स्थित नवापुरा-SRP से मसिया कांस जाने वाले ड्रेनेज चैनल पर बने स्लीब भी जगह-जगह से टूटने लगे हैं। इससे नागरिकों में डर का माहौल बन गया है। बारिश का पानी जमा होने से सड़कें दलदल में बदल गई हैं और दुर्घटना की आशंका बढ़ गई है।
विपक्ष का आरोप: घटिया निर्माण का परिणाम
स्थानीय कांग्रेस पार्षद बालू सुरवे ने इस घटना के लिए नगर निगम को दोषी ठहराया है। उन्होंने बताया कि ड्रेनेज चैंबरों के निर्माण में घोर अनियमितता बरती गई है। उन्होंने म्युनिसिपल कमिश्नर को लिखित में शिकायत देकर ठेकेदारों और अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप भी लगाया है।
प्रशासन पर दबाव, लेकिन समाधान नहीं
बालू सुरवे ने बताया कि बार-बार लिखित शिकायतें देने के बावजूद जिम्मेदार विभागों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। नतीजा यह हुआ कि नागरिकों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई और इस हादसे ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
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