तीन जिलों की एक्साइज टीम ने पकड़ी 100 लीटर शराब

तीन महिला सहित दो पुरूष गिरफ्तार, जबकि मौके से भाग निकले शराब माफिया

          भोपाल : भोपाल व रायसेन की सीमा से लगे वन क्षेत्रों में अवैध रूप से शराब बनाने का काम चल रहा है। तीन जिलों भोपाल, रायसेन व सीहोर के आबकारी विभाग की टीम ने रविवार को एक साथ छापामार कार्रवाई करते हुए कोलार थाना इलाके के ग्राम झिरी में चल रही अवैध शराब की भट्टियों को पकड़ा। यहां से टीम ने लगभग पचास क्विंटल कच्चा माल (महुआ) जो 80-80 लीटर के करीब 50 ड्रमों में भरा था तथा सौ लीटर ताजा बनी अवैध शराब जब्त की। खास बात तो यह है कि यह भट्टी बेतवा नदी के किनारे चल रही थी। इस दौरान तीन महिला सहित कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बावजूद इसके मुख्य आरोपी भागने में सफल रहे। जब्त किए गए माल की कीमत करीब ढाई लाख रुपए आंकी जा रही है।
सहायक आयुक्त आबकारी नरेश कुमार चैबे ने बताया कि रविवार सुबह तीन जिलो की आबकारी टीम ने मुखबिर की सूचना पर कोलार रोड स्थित ग्राम झिरी में छापामार कार्रवाई की। इस दौरान बेतवा नदी किनारे करीब सात किमी क्षेत्र में टीम ने सर्चिंग की।
एक्साइज टीम ने पकड़ी 100 लीटर शराब (illigal-wine-excise-team-bhopal)

 

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टीम ने शंका के आधार पर जब खेतों में खुदाई कराई तो, वहां पर महुआ को सड़ाने के लिए दबाकर रखे गए ड्रम मिले। ऐसे एक-दो नहीं बल्कि पचास ड्रम टीम ने खोदकर निकाले। कच्ची शराब बनाने का यह नया तरीका देखा गया है। आबकारी टीम व पुलिस से बचने के लिए ये लोग सुनियोजित तरीके से शराब बना रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि जब्त किये गए पचास क्विंटल कच्चे महुआ से करीब एक हजार लीटर कच्ची शराब बनाई जा सकती है। कार्रवाई के दौरान शराब बनाने वाली 15 भट्टियां भी पकड़ी हैं, जिन पर बड़ी मात्रा में शराब बनाई जा रही थी। नदी किनारे चल रहे इस गोरखधंधे की क्षेत्रीय पुलिस को जरा सी भनक तक नहीं थी। स्थानीय रहवासियों का कहना है कि काफी दिनों से यहां अवैध शराब का कारोबार चल रहा था, इसके बाद भी जाने क्यों यह पुलिस या आबकारी अमले की नजर में नहीं आया।

 इनके नेतृत्व में हुई कार्रवाई

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             आबकारी सहायक आयुक्त नरेश कुमार चैबे, रायसेन के सहायक आबकारी आयुक्त राजेश हेनरी के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में 70 से भी अधिक आबकारी इंस्पेक्टरों का दल था। भोपाल जिले के सीहोर जिले की सीमा अंतर्गत स्थित ग्राम झिरी में तीन अलग-अलग स्थानों पर छापामार कार्रवाई की गई। भोपाल टीम ने जहां 3100 किलो महुआ जब्त करते हुए करीब 24 प्रकरण दर्ज किए, वहीं रायसेन पुलिस ने 2100 किलो महुआ जब्त करते हुए 7 प्रकरण बनाए।

 आसानी से भाग निकले माफिया तो दूसरों को पकड़ा

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                 कार्रवाई के दौरान आबकारी विभाग की टीम ने तीन महिलाओं नूरी पिता अजय सिंह 23 साल, लतूरी बाई व किरण बाई सहित दो लोगों जीवन सिंह पिता भूरा सिंह व शेरसिंह को गिरफ्तार किया है। हालांकि मुख्य आरोपी शराब माफिया भागने में सफल हो गए। इनमें से एक माफिया अपना मोबाइल छोड़कर भागा है। यह मोबाइल कई राज खोल सकता है। अधिकारियों की माने तो कुछ और छानबीन के बाद कई और आरोपी बनाये जायेंगे।

 जल्द गिरफ्तारी का जताया भरोसा

              सहायक आबकारी आयुक्त नरेश कुमार चैबे ने बताया कि झिरी में अवैध शराब बनाने वालों में से कुछ को पकड़ लिया गया है। जो भाग निकले हैं, उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। भागे आरोपियों की पहचान हो चुकी है।

 आबकारी महकमा घिरा सवालों में

             करीब दो साल पहले भी तीन जिलों की पुलिस ने झिरी में कच्ची शराब बेचने के खिलाफ अभियान छेड़ा था। उस दौरान बड़े पैमाने पर महुआ व कच्ची शराब जब्त की गई थी। इसके बाद आबकारी टीम ने फिर कभी यहां झांकना जरूरी नहीं समझा। सूत्रों की माने तो तीन जिलों की सीमा होने के कारण आबकारी टीम इनके खिलाफ अभियान चलाने से बचती रहती है।


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