बारिश ने बरपाया कहर: बोटाद में मूसलधार बारिश से डूब गई कार, 9 लोगों की मौत से मचा कोहराम
गुजरात के बोटाद जिले में भारी बारिश के कारण लाठीदड़ गांव के पास इको कार बाढ़ के पानी में बह गई। कार में 9 लोग सवार थे। दो को बचा लिया गया, लेकिन सात के शव दो दिन बाद बरामद हुए। बारिश से कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।

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गुजरात के कई हिस्सों में मानसून ने कहर ढा दिया है, खासकर सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में। बोटाद जिले में बारिश की तीव्रता ऐसी रही जैसे आसमान फट पड़ा हो। सोमवार और मंगलवार को यहां 6 से 19 इंच तक पानी बरस गया, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। सबसे भयावह घटना लाठीदड़ गांव में हुई, जहां बाढ़ के पानी में बह जाने से एक इको कार में सवार 9 लोग हादसे का शिकार हो गए।
हादसा: जब इको कार बन गई मौत की सवारी
सोमवार देर शाम को लाठीदड़ से सांगावदर की ओर जाने वाली सड़क पर बारिश का पानी तेज गति से बह रहा था। बावजूद इसके, कार चालक ने जोखिम उठाते हुए वाहन को पार कराने की कोशिश की। इसी दौरान इको कार में बैठे 9 लोग महिलाएं और बच्चे—बाढ़ के वेग में समा गए। देखते ही देखते कार पानी में डूब गई। स्थानीय लोगों और फायर ब्रिगेड की टीमों ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। घंटों की मेहनत के बाद मंगलवार को दो लोगों—प्रियांक चौहान और यशवंत वावेता—को जीवित बाहर निकाल लिया गया। लेकिन बाकी सात लोगों का कोई सुराग नहीं मिला, जिससे अंधेरे में बचाव कार्य रोकना पड़ा।
दो दिन बाद मिले शव, गांव में पसरा मातम
बुधवार को रेस्क्यू ऑपरेशन फिर से शुरू हुआ। पानी का स्तर थोड़ा कम होने के बाद तलाशी ली गई। आखिरकार कारियाणी गांव के पास के तालाब में अलग-अलग स्थानों से छह महिलाओं और एक पुरुष के शव बरामद किए गए। शवों की हालत देखकर गांव और परिवार में कोहराम मच गया।
PI ने दिखाई बहादुरी, खुद बंधे रस्सी से और कूदे बाढ़ में
केवल बोटाद ही नहीं, भावनगर जिले के मगलाणा गांव में भी एक रूह कंपा देने वाली तस्वीर सामने आई। यहां सोलर प्लांट के पास पानी भरने से पांच लोग बाढ़ में फंस गए। जब उन्हें बचाने गए स्थानीय गोताखोर खुद तेज बहाव में झाड़ियों में अटक गए, तब पुलिस इंस्पेक्टर बीडी जाडेजा ने खुद रस्सी कमर से बांधी और पानी में कूद पड़े। उनकी सूझबूझ और बहादुरी से तीनों गोताखोरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
मौसम विभाग की चेतावनी: 10 जिलों में रेड अलर्ट
गुजरात में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने बुधवार को चेतावनी जारी की। राज्य के 10 जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है, जिसमें अहमदाबाद, बोटाद, भावनगर, सूरत और जूनागढ़ जैसे प्रमुख जिले शामिल हैं। इसके अलावा 18 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और 6 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
रेड अलर्ट वाले जिले:
- अहमदाबाद
- बोटाद
- भावनगर
- मोरबी
- पोरबंदर
- जूनागढ़
- सुरेंद्रनगर
- आणंद
- भरूच
- सूरत
ऑरेंज अलर्ट वाले जिले:
- कच्छ
- पाटण
- महेसाणा
- साबरकांठा
- गांधीनगर
- वडोदरा
- दमन
- द्वारका
- राजकोट
- अमरेली
(कुल 18 जिले)
यलो अलर्ट वाले जिले:
- महिसागर
- दाहोद
- नर्मदा
- डांग
- पंचमहल
- छोटा उदेपुर
लगातार बारिश से नदियां उफान पर हैं। कई गांवों में पानी घुस गया है और ग्रामीण मुख्य मार्गों से कट गए हैं। राहत एवं बचाव दल दिन-रात लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में लगे हुए हैं। प्रशासन ने स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने और लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी है।
क्या कहता है प्रशासन?
बोटाद जिला प्रशासन ने बताया कि यह घटना चेतावनी के बावजूद भी जोखिम लेने का नतीजा है। लगातार अलर्ट जारी होने के बावजूद लोग खतरे की अनदेखी कर रहे हैं, जिससे जानमाल का नुकसान हो रहा है। प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि जलभराव वाले क्षेत्रों से दूरी बनाकर रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
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