मकान पर कब्जा, मारपीट और धमकी : हेलमेट पर CCTV लगाकर घूम रहा शख्स
इंदौर के राजू ने पड़ोसियों से जान के खतरे के चलते हेलमेट पर सीसीटीवी कैमरा लगाकर घूमना शुरू किया है। मकान कब्जा करने की धमकियों और पुलिस की निष्क्रियता से परेशान होकर वह अब कैमरे के ज़रिए अपनी सुरक्षा खुद कर रहे हैं। वीडियो इंटरनेट पर वायरल है।

इंदौर। जब पड़ोसी दोस्त नहीं बल्कि डर का कारण बन जाएं, तो इंसान को अपनी सुरक्षा के लिए नायाब रास्ते खोजने पड़ते हैं। ऐसा ही कुछ किया है इंदौर के राजू ने, जो आजकल सोशल मीडिया पर ‘सीसीटीवी मैन’ के नाम से चर्चाओं में हैं। गौरी नगर इलाके के रहने वाले इस व्यक्ति ने ऐसा कदम उठाया है, जो शायद ही किसी ने पहले देखा हो – उन्होंने अपने हेलमेट पर एक लाइव सीसीटीवी कैमरा फिक्स कर दिया है और अब वे हर बार बाहर निकलते वक्त इसी हेलमेट के साथ सड़कों पर चलते हैं। यह कोई मज़ाक नहीं, बल्कि एक ऐसे इंसान की हकीकत है जो खुद को लगातार खतरे में महसूस कर रहा है।
“मेरी आंख बन चुका है ये कैमरा”
राजू बताते हैं कि उन्होंने यह कदम अपनी जान बचाने के लिए उठाया है। उनका दावा है कि उनके पड़ोसी उनके मकान पर कब्जा करना चाहते हैं और पूर्व में कई बार मारपीट, धमकी और बदसलूकी जैसी घटनाएं हो चुकी हैं। उन्होंने पुलिस को कई बार शिकायत दी, लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात। राजू कहते हैं, “मैं हर बार डर में जी रहा था। अब जब मैं घर से निकलता हूं, तो मेरा कैमरा चालू हो जाता है। यह मेरी आंख और कान बन चुका है। कोई मुझ पर हमला करता है, तो उसका वीडियो मेरे पास होगा।” यह सुरक्षा कवच अब उनका स्थायी साथी बन चुका है।
कैमरा ऑन, खतरे को रिकॉर्ड करो!
राजू ने जिस सीसीटीवी कैमरे को अपने हेलमेट पर लगाया है, वह चलते ही चारों ओर की गतिविधियों को रिकॉर्ड करता है। तकनीक की यह चतुराई अब उन्हें मानसिक सुरक्षा भी दे रही है। वह कहते हैं कि उन्हें नहीं मालूम कि अगली बार हमला कब होगा, लेकिन अब अगर कुछ भी होता है तो उसके पास सबूत जरूर रहेगा। राजू का वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया है। लोग इसे एक आत्मनिर्भरता की मिसाल बता रहे हैं, तो कुछ इसे सिस्टम की नाकामी का सबूत मान रहे हैं। हीरानगर थाने के अंतर्गत आने वाले इस मामले में पुलिस अब तक केवल “नजर रख रही है” की स्थिति में है। एडिशनल डीसीपी रामसनेही मिश्रा ने माना है कि राजू और उसके पड़ोसियों के बीच पहले भी कई बार झगड़े और CCTV लगाने को लेकर विवाद हुआ है। दोनों पक्षों की शिकायतें पुलिस के पास दर्ज हैं, लेकिन ठोस समाधान नहीं निकल सका है। राजू का आरोप है कि पुलिस उनकी बात को गंभीरता से नहीं ले रही है। “मैंने थाने में दर्जनों बार शिकायत दी, लेकिन हर बार कागजी कार्रवाई तक ही मामला सीमित रहा। अब मुझे अपनी सुरक्षा खुद करनी पड़ रही है,” उन्होंने कहा।
कब्जे की साजिश का आरोप
राजू के मुताबिक, उनके घर पर ‘चौहान’ समाज के करीब 25 से ज्यादा लोग कब्जा करने की फिराक में हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने पहले भी दबाव बनाने की कोशिश की, धमकी दी और हाथापाई की। वह कहते हैं, “मेरा मकान कानूनी रूप से मेरा है, लेकिन ये लोग जबरदस्ती कब्जा करना चाहते हैं। पुलिस भी इनसे डरती है। मुझे इंसाफ नहीं मिल रहा, इसलिए अब मेरी मदद मेरा कैमरा करेगा।”
‘सीसीटीवी मैन’ बना सोशल मीडिया का हीरो
इस घटना ने लोगों के बीच एक नई बहस छेड़ दी है – क्या अब भारत में आम आदमी को अपनी सुरक्षा के लिए खुद ही टेक्नोलॉजी का सहारा लेना पड़ेगा? राजू का वीडियो फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर जमकर शेयर हो रहा है। कई लोगों ने कमेंट में लिखा – “राजू, तुमने हिम्मत नहीं हारी, तुम्हारा कैमरा पूरे सिस्टम से ज्यादा ताकतवर है।” राजू अब सिर्फ अपने इलाके का नाम नहीं, बल्कि एक प्रतीक बन गए हैं – आम आदमी की सुरक्षा के लिए खुद के संघर्ष का प्रतीक। उन्होंने दिखा दिया है कि जब सिस्टम नाकाम हो, तो तकनीक ही हथियार बनती है।