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चोरी के चार पहिया वाहनों के बेचने वाले रैकेट का पर्दाफाश

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       जलगांव (महाराष्ट्र): स्थानिय अपराध शाखा की जांच टीम ने सोमवार को  बडी सफलता हासिल करते हुए चोरी के चार पहिया वाहनों के बेचने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया। स्थानिय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक प्रभाकर रायते व उनकी जांच टीम ने १३ चार पहिया वाहनों के साथ दो लोगों को हिरासत में लिया। पकडे गए अपराधियों में से एक अमलनेर तहसील के मेहर गांव का पुलिस पटेल है।
mumbai-car-bike-criminal-arrested          सोमवार को पुलिस अधिक्षक कार्यालय में जमा हुए इन १३ वाहनों की सफलता पर पुलिस अधिक्षक एस.जयकुमार ने स्थानिय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक प्रभाकर रायते की जांच टीम को २० हजार रुपये का पुरस्कार भी घोषित किया। इतने बडे पैमाने पर चार पहिया वाहनों के बरामद होने के बाद स्थानिय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक प्रभाकर रायते ने मुंबई तक फैले एक बडे रैकेट पर संदेह व्यक्त किया है। श्री रायते का मानना है कि नकली आर.टी.ओ. कागजात बनाने से लेकर वाहनो की हेराफे री, बिक्री तक रैकेट में लोग सम्मिलित है। मामले में पकडे गए दोनों आरोपियों से जांच जारी होने के कारण पुलिस ने और अधिक ठोस जानकारी से गुरेज किया।
          सोमवार को स्थानिय अपराध शाखा ने इस बडे रैकेट का भंडा फोड करते हुए अमलनेर तहसील के मेहर गांव के पुलिस पटेल किशोर पिरण पाटील एवं भुषण पाटील को हिरासत में लिया। इन दोनों से प्राथमिक पुछताछ व पुलिस को मिली गुप्त जानकारी के आधार पर १३ इंडिका, स्विफ्ट, बोलेरो, तवेरा, इनोव्हा जैसे वाहन बरामद करने में सफलता हासिल की। पुलिस का अंदाज है कि धुलिया से मुंबई के बीच यह सारा रैकेट ग्रामीण इलाकों में तेजी के साथ क्रियान्वित है।
         पुलिस को एक गुप्त जानकारी हासिल हुई कि जलगांव जिले में कुछ अधिक सस्ते दामों पर महंगे चार पहिया वाहन बेचे जा रहे है। इस गुप्त जानकारी के आधार पर स्थानिय अपराध शाखा ने एक जांच टीम के रूप में पुलिस उपनिरीक्षक गिरधर निकम, सहायक फ ौजदार सुरेश पवार, उत्तम सिंह पाटील, बापुराव पाटील, संजय पाटील, दिलीप येवले, लिलाकांत महाले, विनय देसले, रविंद्र चैधरी, रविंद्र पाटील, सुशील पाटील आदि को  चालीसगांव, अमलनेर, चोपडा, धरणगांव, पारोला तहसीलों में समाचार की छानबीन करने भेजा। इन लोगों ने जानकारी निकालते हुए मेहर गांव के किशोर पिरण पाटील के पास एक तवेरा वाहन बेचने की पुष्ठी की। किशोर पाटील चालीसगांव से भडगांव की ओर यह तवेरा लेकर जा रहा था।
  स्थानिय अपराध शाखा की जांच टीम ने तांदलवाडी चैराहे के पास जाल बिछाते हुए किशोर पाटील को पुछताछ के लिये पकडा। उसी समय वाहन में किशोर पाटील का चचेरा भाई भुषण भीमराव पाटील भी साथ में था। पुलिस ने इन दोनों से पुछताछ प्रारंभ की। प्रारंभिक जांच में पुलिस को दोनों ने हवा में उत्तर दिये। बाद में पुलिस ने अपने अंदाज में पुछ ताछ की तो किशोर व भुषण ने तवेरा वाहन को चोरी का बताते हुए अन्य चोरी के वाहनों की बिक्री के बारे में बताया। यह दोनों लोगों को कम कीमत में वाहन उपलब्ध करा देते थे। वाहन के कागजों के लिये नकली कागज बनाकर एन.ओ.सी.के नाम पर समय व्यतित भी करते थे। पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार इन वाहन चोरों ने कुछ वाहनों के नकली कागजात भी बनाकर संबंधित खरिददारों को प्रदान किये है।
       स्थानिय अपराध शाखा की जांच टीम व पुलिस निरीक्षक प्रभाकर रायते ने स्वयं इन चोरों के पास से जानकारी हासिल करते हुए अमलनेर, पारोला, धरणगां, चालीसगांव तहसीलों में से ६ तवेरा वाहन, २ इनोव्हा, ३ स्वीफ्ट, १ बोलेरो, १ इंडिका विस्टा बरामद की। पुलिस द्वारा की जा रही जांच में जानकारी मिली है कि वाहनों में पडे कागजों की फोटो कॉफी से यह चोर रंगीन कंप्युटर प्रिंट निकालकर वाहनों के कागज भी निर्माण करते थे। मेहरगांव के पुलिस पटेल के रूप में ओहदा रखने वाले किशोर पिरण पाटील के पास से बरामद किया गया सिम कार्ड भी इस रैकेट के मुख्य सुत्रधार द्वारा दिया गया बताया जा रहा है। सिम कार्ड के माध्यम से मामले की जांच करते हुए चार पहिया वाहनों के चोरी करने वाले बडे रैकेट का पुरी तरह से पर्दाफाश हो सकेगा।

बरामद किये गए वाहनों के क्रमांक-स्थानिय अपराध शाखा की जांच टीम ने सोमवार को चार पहिया वाहन चोरों के पास से

एम.एच.15.डी.एम.8749, एम.एच.15.डी.एम.8549, एम.एच.04.एफ.जे.3472, एम.एच.04.डी.जे.2798, एम.एच.15.डी.एस.6403, एम.एच.04.डी.एम.8114, एच.एच.28.वी.2783, एम.एच.03.डी.जे.793, एम.एच.04.एफ.एक्स.3758, एम.एच.04.ई.डब्ल्यु.5623, एम.एच.04.इ.डी.2433, एम.एच.06.ए.एफ.3809 एवं एम.एच.15.ओ.एम.3406 वाहन बरामद किये।


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