इंदौर: छोटी ग्वालटोली पुलिस ने एक नकली महिला सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया। उज्जैन की निवासी यह युवती एसआई की वर्दी पहनकर घूमती थी। उसने महू थाने के सिपाही को छेड़छाड़ का आरोप लगाकर थाने में बंद करवा दिया था। टीआई ने पूछताछ की तो पता चला वह पुलिस में है ही नहीं। झूठ सामने आने के बाद वह थाने में रोने-गिड़गिड़ाने का ड्रामा करने लगी।
छोटी ग्वालटोली टीआई रामनारायण शर्मा ने बताया शुक्रवार रात सब इंस्पेक्टर की वर्दी में शबनम परवीन नाम की पट्टी लगाए युवती थाने पहुंची। साथ में दो-तीन लड़के भी थे। वे महू थाने के सिपाही गुरुदेव सिंह को पकड़कर लाए थे।
स्टाफ को युवती ने बताया सिपाही ने उसके साथ छेड़छाड़ की।
उधर, सिपाही का कहना था युवती के साथियों ने उसे टक्कर मारी, फिर मारपीट कर घायल कर दिया। थाने के स्टाफ ने युवती को एसआई मान लिया। विभागीय मामला होने से कार्रवाई नहीं कर आवेदन ले लिया। युवती अपनी एक्टिवा थाने में ही छोड़ दोस्तों के साथ कार से चली गई। रविवार को उसने इमरान कुरैशी को गाड़ी लेने थाने भेजा। पुलिसकर्मियों ने युवती को कॉल कर कहा आपको टीआई साहब बुला रहे हैं। इस पर युवती वर्दी में थाने पहुंची।
वर्दी पर सितारे सही नहीं थे
युवती टीआई के कैबिन में पहुंची। अमूमन छोटा अफसर बड़े को सैल्यूट करता है। युवती ने सैल्यूट न कर, नमस्कार किया। उसके कंधे पर लगे दो सितारे आपस में टकरा रहे थे, जबकि सितारे ऐसे लगाए जाते हैं, जिससे नोक दूसरे सितारे के बीच में रहे। उन्होंने पूछा- कौन से थाने में हो, कौन है आरआई, वह जवाब नहीं दे पाई तो टीआई ने कहा- जेल भेज दूंगा। यह सुनते ही वह रो पड़ी।
मेरी मां को मत बताना साहब
पोल खुलते ही युवती रोने का ड्रामा करने लगी। उसकी आखों में आंसू नहीं थे। वह हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाने लगी कि माफ कर दो साहब, मेरी मां को मत बताना, वह मर जाएगी। मैं उज्जैन के दौलतगंज की रहती हूं। बीए सेकंड ईयर तक पढ़ी हूं। मेरे पिता अंडे का ठेला लगाते हैं। वे चाहते थे मैं पुलिस बनंू। मैंने तीन बार एसआई और आरक्षक की परीक्षा दी, लेकिन चयन नहीं हुआ। मैं नौकरी की तलाश में इंदौर आती थी। सुरक्षा के लिए वर्दी पहन ली।
कोई भी खरीद सकता है वर्दी
टीआई ने बताया युवती का नाम शबनम परवीन है। पति अफसार अली से तलाक हो चुका है। आठ साल का बेटा है। उसने मरीमाता के विशाल टेलर से वर्दी सिलवाई थी। वर्दी बनवाने पर कोई रोक नहीं है। पुलिस उसे गिरफ्तार कर अन्य वारदातों के बारे में भी पूछताछ कर रही है। इमरान को भी हिरासत में लिया है। उसके साथ आए अन्य लड़कों की भी जानकारी निकाल रही है।
छह महीने पहले भी देखा था
आरक्षक गुरुदेव ने बताया छह महीने पहले भी उसे अजाक डीएसपी ने टोका था। वह सरवटे बस स्टैंड पर लड़कों के साथ गले में हाथ डालकर खड़ी थी। अजाक थाने में गाड़ी लगाने से भी रोका था। वर्दी और रौबदार अंदाज देखकर किसी ने उससे आईडी कार्ड नहीं पूछा।