एक शख्स का नाम है ‘26 जनवरी’

मंदसौर में रहने वाले सत्यनारायण टेलर ने अपने बेटे का नाम ‘26 जनवरी’ रखा , क्योकि वे 26 जनवरी 1966 के दिन पैदा हुये थे. गणतंत्र दिवस पर पैदा हुये बेटे की खुशी में सत्यनारायण ने उसका नाम ही ’26 जनवरी’ रख दिया. परंतु 26 जनवरी को बचपन से लेकर जवानी और जवानी से लेकर नौकरी करने तक में यह नाम परेशानी का सबब बन गया.
Advertisementझाबुआ के उदयगढ़ में कार्यरत थे पिता ” सत्यनारायण टेलर “
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26 जनवरी को अपने नाम के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है. उन्होंने बताया कि 1998 के लोकसभा चुनाव के मतदान दलों की सूची में सबसे उपर उनका नाम था. सूची को देखकर तत्कालीन कलेक्टर मनोज श्रीवास्तव भड़क गये और कहा ये क्या मजाक है…. और उन्होंने सूची पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया. इसके बाद 26 जनवरी को अपना प्रमाणीकरण देना पड़ा था.
इसके अलावा एक बार डाइट के कर्मचारियों का वेतन इसलिये कोषालय ने रोक दिया था कि अधिकारियों को 26 जनवरी नाम होने पर फर्जीवाड़े का संदेह हो गया था. आखिरकार यहां भी 26 जनवरी को प्रमाणीकरण के साथ नियुक्ति पत्र देना पडा, तब जाकर उनके सहित अन्य कर्मचारियों को वेतन मिल सका.
हालांकि लोगों ने कहा कि इस नाम को बदल लीजिए, लेकिन पिता को नाम बदलना ठीक नहीं लगा. नाम की वजह से एक तरफ बेटे की जिंदगी दिलचस्प बनी तो दूसरी तरफ उनको कई मुसीबतें भी झेलनी पड़ीं.एक बार तो नौकरी के दौरान सैलरी नहीं मिली, क्योंकि ऑफिस में उनके नाम को लेकर संदेह था. फिलहाल डाइट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान) में पदस्थ 26 जनवरी 22 साल से सेवा दे रहे हैं.
